डॉक्टर मोमिता को आजकल काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है ..और कारण है उनके बेटे का नर्सरी के एड़मिशन..और ये परेशानी सभी लोगों को झेलनी पड़ रही है जो अपने बच्चो का प्रवेश करने के इच्छुक है..दरअसल हर स्कूल का आज अपना क्राईटिरिया है और एड़मिशन में बच्चों की उम्र को लेके भी ये अपने मनमाने नियम बना रहे है..इसलिये पैरेन्टस को इसको लेके काफी असमंजस की स्थिति बनी हुई है..
डॉक्टर मोमिता का कहना है कि हर स्कूल में आज बच्चों के एडमिशन के अपने नियम हैं,कोई स्कूल 3 साल की उम्र में तो कोई 4 साल की उम्र में प्रवेश दे रहे हैं ..और इसी वजह से आगे चल के अन्य स्कूलों में प्रवेश के लिये पेरेन्टस को काफी दिक्कतो का सामना करना पड़ेगा.
एनसीआर के कई जाने माने स्कूल नर्सरी में बच्चों के 3 साल की उम्र मे ही प्रवेश दे रहे है तो वहीं दूसरी ओर दिल्ली के स्कूलों मे एड़मिशन 4 साल की उम्र में देते है जो आज पैरेन्टस को काफी सिरदर्दी दे रहा है..वही जाने माने स्कूल की प्राध्यापिका से बात करने पर उनका कहना था हर स्कूल के अपने नियम होते है..
अब सभी चाहते हैं कि सुप्रीम कोर्ट इस मसले पर सख्त फैसला ले..साथ ही पैरेन्टस के साक्षात्कार के मसले पर अभिभावकों का कहना था कि हर बच्चे को पढ़ने का हक होता है और उसे उसके मानसिक स्तर से प्रवेश मिलना चाहिये..और हर मा बाप का सपना होता है बच्चे को अच्छी शिक्षा देना और साक्षात्कार इसमें एक रुकावट है..
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